वंस अ स्पाई ऑलवेज अ स्पाई पुतिन ने इसी कहावत को सही साबित कर दिया है।
पुतिन ने अमेरिका को ही अपने जाल में फंसाकर यूक्रेन, नाटो और यूरोपीय देशों के साथ बड़ा खेल कर दिया है। पुतिन का यह जबरदस्त दांव देखकर भारत भी हैरान हो जाएगा। दरअसल रिपोर्ट्स के मुताबिक पुतिन के इशारे पर यह गाड़ी जबरदस्त स्पीड में यूक्रेन के उसी इलाके को चीरती हुई निकल रही है जिस पर अब रूस का कब्जा है। यह एक आर्मर्ड व्हीकल यानी बख्तरबंद गाड़ी है।
इस आर्मर्ड व्हीकल का सच आपको बताएंगे तो आपके भी होश उड़ जाएंगे। दरअसल जिस वक्त यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलस्की कई यूरोपीय और नाटो देशों के साथ डोनाल्ड ट्रंप को रूस के साथ शांति प्रस्ताव के लिए अपनी शर्तें बता रहे थे उसी वक्त रूस ने बड़ा खेल कर दिया। दरअसल जेलस्की वाइट हाउस में एक नक्शा लेकर पहुंचे थे जिसमें दिखाया गया था कि रूस ने यूक्रेन के किन-किन इलाकों पर कब्जा कर रखा है। इस नक्शे में दिखाया गया कि रूस ने यूक्रेन के दोस्क, लोहांस्क, खैरसा और जेपोरेजिया इलाकों पर कब्जा कर लिया है। जेलस्की ट्रंप से बोल रहे थे कि यह सभी इलाके उन्हें वापस चाहिए। लेकिन रूस ने उसी समय जेपोरेजिया में एक बख्तरबंद गाड़ी दौड़ा दी। यह बख्तरबंद गाड़ी जेपोरेजिया को चीरती हुई निकली। सबसे मजे वाली बात तो यह है कि यह आर्मर्ड व्हीकल अमेरिका का है जो बाइडन सरकार ने यूक्रेन को रूस से लड़ने के लिए दिया था।
लेकिन जब रूस ने यूक्रेन के ज़पोरेजिया इलाके पर कब्जा करना शुरू किया तो यह गाड़ी भी यूक्रेन से छीन ली गई। अब इसी गाड़ी पर रूस और अमेरिका का झंडा लगाकर उसी ज़पोरेशिया में दौड़ाया जा रहा है। जिस ज़पोरेशिया को जेलस्की ट्रंप और पुतिन से मांग रहे हैं। रूस ने ज़पोरेशिया में यह गाड़ी दौड़ाकर बता दिया है कि ट्रंप से जितनी मर्जी गुहार लगा लो। लेकिन यह इलाका अब तुम्हें नहीं मिलने वाला। रूस ने एक बड़े ही खास मकसद से इस बख्तरबंद गाड़ी पर अमेरिकी झंडा भी लगा दिया। दरअसल रूस, यूक्रेन, नाटो और यूरोपीय देशों को यह बता रहा है कि पुतिन ने डोन्ड ट्रंप को अलास्का में ही बता दिया था कि रूस अब यूक्रेन के जिन इलाकों में घुस चुका है उन्हें वापस नहीं किया जाएगा और ना ही यूक्रेन को नाटो में शामिल होने दिया जाएगा। पुतिन ने डॉन्ड ट्रंप से अलास्का में ही कह दिया था कि तुम्हें अपना जो फायदा देखना है वह देख लो लेकिन हम अपनी शर्तों से हिलेंगे नहीं।
ट्रंप ने अब ठीक वही कर दिया है। डॉल्ड ट्रंप ने जेलस्की के सामने ऐलान कर दिया कि जिन इलाकों पर रूस का कब्जा हो चुका है उन्हें वापस लाना संभव नहीं है। यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाना भी संभव नहीं है। हालांकि मैं इस बात की गारंटी देता हूं कि यूक्रेन को आत्मरक्षा के लिए 100 बिलियन डॉलर के हथियार बेच दूंगा। इन हथियारों का पैसा यूक्रेन को यूरोपीय देश देंगे। यानी खेल देखिए कि रूस को जो चाहिए था वह मिल गया। लेकिन डॉनल्ड ट्रंप को भी 100 बिलियन डॉलर का फायदा हो गया। यूक्रेन को अपने हथियार बेच दिए और पैसा यूरोप से ले लिया। यानी कहानी यह है कि रूस भी फायदे में रहा। डोनाल्ड ट्रंप को भी $ बिलियन की कमाई हो गई। लेकिन जेलस्की मारे गए और पर्ची यूरोप पर फट गई।