19 अगस्त 2025 को लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग ने 11 डॉक्टरों (और दो अन्य कर्मचारियों) को गैरहाजिरी और लापरवाही के आरोप में नोटिस जारी किया है। उन्हें 20 अगस्त 2025 को जांच समिति के समक्ष स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
मुख्य बिंदु
1. नोटिस जारी किए गए डॉक्टर और कर्मचारी
लखनऊ के विभिन्न सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों व आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तैनात ये डॉक्टर (एमओ/ईएमओ) तथा कर्मचारी शामिल हैं:
- डॉ. शीतल सोनकर (ड्यूटी: आयुष्मान आरोग्य मंदिर, दसौली)
- डॉ. अभय नारापन यादव (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, आदर्श नगर)
- डॉ. अभिषेक सिंह (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, अमराईगांव)
- डॉ. सुभाष प्रसाद (पीएचसी, तोप दरवाजा)
- डॉ. कीर्ति राय (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, कल्लन खेड़ा)
- डॉ. मोहसिन रज़ा (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, चौपटिया)
- डॉ. नीलम गंगवार (लोकबंधु अस्पताल, ईएमओ)
- डॉ. मुस्तकुल आफरीन कुरैशी (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, कटरा विजनबेग)
- डॉ. शिल्पी गुप्ता (पीएचसी, निलमथा)
- डॉ. देवांश सिंह (आयुष्मान आरोग्य मंदिर, मुबारकपुर)
- सरिता कुमारी (डाटा एंट्री ऑपरेटर, जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय)
- विवेक नवल मिश्रा (बीसीपीएम, सीएचसी माल)
- डॉ. जिगनेश मिश्रा (ईएमओ, केजीएमयू)
2. कार्रवाई का मकसद और प्रक्रिया
- लखनऊ के सीएमओ डॉ. एन.बी. सिंह ने इन व्यक्तियों को नोटिस जारी किया है, और उन्हें 20 अगस्त 2025 तक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।
आरोपों में अनुपस्थिति (बगैर सूचना), लापरवाही, अनुशासनहीनता व सहयोगियों या अन्य स्टाफ के प्रति अभद्रता शामिल हैं।
जांच के लिए जिला मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है।
जांच में आरोप सिद्ध होने पर उन्हें बर्खास्तगी या अन्य अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
सारांश तालिका
विषय | विवरण |
---|---|
दिनांक | नोटिस जारी: 19 अगस्त 2025 स्पष्टीकरण हेतु समिति के समक्ष: 20 अगस्त 2025 |
किया गया कार्रवाई | 11 डॉक्टरों + 2 कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया |
आरोप | गैरहाजिरी (बगैर सूचना), लापरवाही, अनुशासनहीनता, अभद्रता |
जांच समिति | सीडीओ अध्यक्षता में गठित |
संभावित परिणाम | आरोप सिद्ध होने पर बर्खास्तगी या अन्य कार्रवाई |